
अशोक नगर । विद्यार्थी अपने जीवन में स्वयं के विधान का निर्माण करें, उद्देश्य निहित करें, तभी उन्हें जीवन में सफलता मिल सकती है। इस आशय के विचार आकाशवाणी के डॉ. नीरज शुक्ला ने रविवार को नेहरू युवा केंद्र द्वारा शासकीय विधि महाविद्यालय अशोकनगर में आयोजित संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए । शुक्ला ने कहा की संविधान दिवस मनाने की मूल धारणा विद्यार्थियों को अपने देश के प्रति समर्पण की भावना का बोध कराना है। उन्हें देश के प्रति अपने कर्तव्य की याद दिलाना है। नागरिक संविधान में दिए अधिकारों की बात तो करते है लेकिन देश के प्रति अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं। इस मौके पर
एक्सीलेंस महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रजनी शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान सभा द्वारा संविधान का निर्माण 26 नवंबर 1949 को किया गया था। जिसे 26 जनवरी 1950 को पारित किया गया। 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में संविधान बनकर तैयार हुआ था। जब संविधान बनकर तैयार हुआ था तब उसमें 395 अनुच्छेद थे आज 448 अनुच्छेद हो गए हैं। देश,काल स्थिति के अनुसार संविधान में संशोधन किए जा रहे हैं।
इस मौके पर शासकीय नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आनंद लहरिया ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को अपना व्यवहार संयमित रखना चाहिए जिससे भविष्य में वे अच्छे नागरिक बन सके। संयमित व्यवहार से उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। विधि महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉक्टर अनिल सिंह तोमर ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए विद्यार्थियों से सतत परिश्रम कर भविष्य में आगे बढ़ाने की कामना की। इस मौके पर संविधान की उद्देशिका का वाचन भी विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक रूप से किया गया तथा शपथ ग्रहण की गई। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण अतिथियों द्वारा किया गया।